खौफ का ख़ात्मा - पाठा में हुआ ऐतिहासिक मतदान

ग्राउंड जीरो से रिपोर्ट -
जिला निर्वाचन अधिकारी मोनिका रानी के नेतृत्व में कई महीनों से लगातार मतदाता जागरूकता को लेकर चलाये जा रहे अभियान का असर कल हुए मतदान में बड़े पैमाने पर देखने को मिला । चित्रकूट जिले के पाठा क्षेत्र में कल मतदान को लेकर ग्रामीण इलाकों के मतदाताओं में काफी उत्साह देखने को मिला । ध्यान देने वाली बात यह है कि केकरामार गाँव के मतदाता जिन्होंने कल सुबह मतदान करने से इंकार किया था लेकिन वहां प्रशासन द्वारा ग्रामीणों को समझाने के बाद मतदान में तेजी आई और यहाँ भी 50% से अधिक मतदान हुआ । अगर मतदाताओं के रूख की बात करें तो उनका कहना था कि हमने इस बार विकास के लिए वोट किया है और हम चाहते हैं कि हमारी मूलभूत समस्याएं (बिजली ,पानी ,सड़क ,मकान ) दूर हो ।
सभी बूथों में सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था थी । बुन्देलखण्ड डॉट कॉम की टीम लगातार मतदान की कवरेज के लिए पाठा के बीहड़ इलाके में मौजूद थी ।

इस बार के चुनाव में लोगों की अधिक रूचि देखने को मिली, वहीं पहली बार मतदान करने वाले युवक-युवतियों को भारी उत्साह था। प्रशासन के चाकचौबंद प्रबंधों के चलते कहीं किसी तरह की अप्रिय घटना घटित नहीं हुई। पुलिस की टीमें मतदान केंद्रों का निरंतर निरिक्षण करती रही। इसी तरह चुनाव आयोग की हिदायतों के अनुसार क्षेत्र मे बनाए गये प्रत्येक पोलिंग स्टेशनों मे दिव्यांग, वृध्द जनों के लिए विशेष व्यवस्थाए की गई थी। ताकि आसानी के साथ मतदान कर सकें।

क्षेत्र मे तैनात किए गये उच्चाधिकारी अपने बल के साथ घूम-घूम कर सुरक्षा ईन्तजामों का जायजा लेते रहे। उपद्रवियों को मौका नही दिया गया।मतदान स्थलों पर वोटिंग को स्वतंत्र एवं निष्पक्ष कराने के लिये कई हजार फोर्स तैनात की गई थी । बहरहाल पूरे पाठा क्षेत्र में शांतिपूर्वक मतदान हुआ लेकिन लोगो को कुछ समस्याये भी हुई जिसमें कई लोगों का नाम मतदाता सूची से गायब की वजह से उन्हें बिना मत डाले वापस लौटना पड़ा ।
रिपोर्ट - अनुज हनुमत
सहयोग - सचिन वंदन
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