पाठावासियों के स्वास्थ्य के साथ लगातार हो रहा है खिलवाड़ ,प्रशासन सुस्त !
विषय - मानिकपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 24×7 डॉक्टर उपलब्ध न होने के सम्बन्ध में आज अधीक्षक महोदय को नगरवासियों ने सौंपा ज्ञापन
दिनांक. 01/06/2016
मानिकपुर। पाठा की धरती का कोई भी मरीज जब अस्वस्थ होता है तो वह सबसे पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मानिकपुर ही आता है क्योंकि मानिकपुर में कोई भी प्राइवेट एमबीबीएस डॉक्टर उपलब्ध नही है । जब भी कोई गरीब मरीज सा. स्वा. केंद्र मानिकपुर में आता है तो उसे अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भी कोई डॉक्टर नही मिलते हैं । डॉक्टर हमेशा कमरे में मिलते हैं और बुलाने या फोन लगाने पर ही आते हैं ।बुलाने की इस प्रक्रिया में पंद्रह से बीस मिनट लग जाते हैं, इस कारण मरीजो की जान पर बन आती है । ये मरीजों की जिंदगी के साथ सरासर अन्याय है । आज इसी उक्त समस्या को लेकर आधा दर्जन नगरवासी बरुण गौतम और अनुज हनुमत के नेतृत्व में अस्पताल पहुंचे और समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मानिकपुर के अधीक्षक महोदय को इस समस्या के बाबत ज्ञापन सौंपा । जवाब में अधीक्षक महोदय ने कहा की इस समय हमे अस्पताल में कुल 27 डॉक्टरों की जरूरत है पर इस समय कुल 2 ही डॉक्टर हैं ऐसे में पूरा अस्पताल संभालना बहुत मुश्किल है । हमने इस बाबत उच्च अधिकारियों को भी पत्र लिखें गए हैं पर अभी तक डॉक्टरों की नियुक्ति नही की गई है ।
मानिकपुर। पाठा की धरती का कोई भी मरीज जब अस्वस्थ होता है तो वह सबसे पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मानिकपुर ही आता है क्योंकि मानिकपुर में कोई भी प्राइवेट एमबीबीएस डॉक्टर उपलब्ध नही है । जब भी कोई गरीब मरीज सा. स्वा. केंद्र मानिकपुर में आता है तो उसे अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भी कोई डॉक्टर नही मिलते हैं । डॉक्टर हमेशा कमरे में मिलते हैं और बुलाने या फोन लगाने पर ही आते हैं ।बुलाने की इस प्रक्रिया में पंद्रह से बीस मिनट लग जाते हैं, इस कारण मरीजो की जान पर बन आती है । ये मरीजों की जिंदगी के साथ सरासर अन्याय है । आज इसी उक्त समस्या को लेकर आधा दर्जन नगरवासी बरुण गौतम और अनुज हनुमत के नेतृत्व में अस्पताल पहुंचे और समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मानिकपुर के अधीक्षक महोदय को इस समस्या के बाबत ज्ञापन सौंपा । जवाब में अधीक्षक महोदय ने कहा की इस समय हमे अस्पताल में कुल 27 डॉक्टरों की जरूरत है पर इस समय कुल 2 ही डॉक्टर हैं ऐसे में पूरा अस्पताल संभालना बहुत मुश्किल है । हमने इस बाबत उच्च अधिकारियों को भी पत्र लिखें गए हैं पर अभी तक डॉक्टरों की नियुक्ति नही की गई है ।
वैसे आपको जानकारी के लिए बता दें की मानिकपुर स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर्स की कमी का ये हाल नया नही है बल्कि दशको पुराना है पर ऐसे समय में जब सरकारें जनता के स्वास्थ्य के प्रति इतनी जागरूक हैं उस स्थिति में पाठा के इस अस्पताल में डॉक्टर्स की कमी होना सरकार की लापरवाही ही दर्शाता है जिसकी कीमत मरीजों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ती है ।
रिपोर्ट :
अनुज हनुमत सत्यार्थी
रिपोर्ट :
अनुज हनुमत सत्यार्थी
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