चित्रकूट - एक अदद पुल की आस में पथरा गईं दो पीढ़ियों की आंखें , पढिये ये रिपोर्ट
रानीपुर / मानिकपुर / चित्रकूट
मुख्यालय से लगभग 50 किमी की दूरी पर बसे रानीपुर-गिदुरहा गांव के ग्रामीणों को सबसे ज्यादा मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है । गाँव को एक अदद पुल की आवश्यकता है जिसकी आस में दो पीढियो की आंखें पथरा गईं । पुल न बने होने की वजह से हजारो लोगो को रोजाना मुसीबत का का सामना करना पड़ता है । पुल के नाम पर वर्षो पहले एक लेपिकरण अभियान के तहत छोटा सा पुल बनाया गया था जो बनते ही बह गया था ।
गांव के लोगों का कहना है कि आज आजादी के 70 साल बाद हमे लगता ही नही की हम आजाद हैं । एक ही समस्या के लिए कई पीढ़ियों से हम आस लगाए बैठे हैं लेकिन कोई सुनने वाला नही । अब तो शासन और प्रशासन दोनों से विश्वास उठ गया है । बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है । स्कूल में टीचर भी अपनी मर्जी से ही आते जाते हैं - डकैत प्रभावित क्षेत्र होने का टैग जो लगा है हमारे गांव के ऊपर ।
फिलहाल सरकार के तमामं दावों की पोल खोलता ये पुल बरसात के दिनों में प्रशासन के लिए भी चुनौती साबित होता है । इस गांव में पुल न बने होने की वजह से एम्बुलेंस भी नही आती । ऐसे में मरीज को जैसे टांगकर/गोद मे उठाकर लाया जाता है । कई प्रसूताओं को तो गांव में ही प्रसव हो गया । कई बच्चे इलाज इलाज के अभाव में मर भी गये ।
एक्सक्लुसिव रिपोर्ट - अनुज हनुमत
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