#चित्रकूट : डकैतों के गढ़ में शुरू हुई पाठा की पाठशाला
स्पेशल रिपोर्ट- डकैतों के गढ़ में पाठा की पाठशाला इस समय खाकी द्वारा बुन्देलखण्ड के बीहड़ इलाके पाठा में चलाई जा रही "पाठा की पाठशाला" मुहीम की जबरदस्त सराहना हो रही है । इस मुहीम ने आदिवासी इलाकों में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने में अलग तरह की सफलता अर्जित की है । असल मायनो में इस पाठशाला ने खाकी के प्रति इन आदिवासियों की सोंच में काफी बदलाव किया है । कहीं न कहीं इस कार्यक्रम के कारण खाकी भी आम जनमानस के करीब आई है । चित्रकूट पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार झा के निर्देशन में मानिकपुर थानाप्रभारी केपी दुबे के अगुवाई में डकैत प्रभावित निहि गांव से शुरू हुई पाठा की पाठशाला ने देखते ही देखते बडी मुहीम का स्वरूप तैयार कर लिया । इस कार्यक्रम के तहत पुलिस द्वारा एक अतिपिछडे गांव का चयन किया जाता है जहां स्कूल न जाने वाले बच्चों की संख्या ज्यादा हो । फिर गांव में सुबह सुबह स्कूल की ही टाइमिंग पर खुले आसमान के नीचे शुरू होती है खाकी की अदभुत और अविष्मरणीय पाठशाला ,जहां बच्चों को पढाई के बारे में जागरूक किया जाता है और उन्हें गिनती ,पहाड़ा ,ककहरा और कवितायें सिखाकर