महोदय , अब तो बनवा दीजिये पुल..
मानिकपुर /चित्रकूट पिछले दिनों आई बाढ़ ने पाठावासियों की कमर तोड़ दी । जिंदगी ने चलना तो शुरू कर दिया है लेकिन बाढ़ के बाद उस दर्द और खौफ के साथ जिसे सोंचकर दिल दहल जाता है । पाठा के जिन गाँवों में बाढ़ की विभीषिका ने तांडव रचा आज वहां जीवन सामान्य हो चला है । जिलाधिकारी महोदय के निर्देश पर टूटे रपटों पर मिट्टी और गिट्टी तो डलवा दी गई जिससे दर्जनों गाँवों का आवागमन तो शुरू हो गया लेकिन रानीपुर-गिदुरहा गाँव अभी भी शासन और प्रशासन की सहायता के इन्तजार में बैठा है । प्रशासन ने गाँव वालों के लिए अभी 'नाव' की वैकल्पिक व्यवस्था कर रखी है लेकिन अभी भी स्थिति सामान्य नही हुई है । बाढ़ के कारण नदी पर बना पुल टूट चुका है जिसके कारण रानीपुर गिदुरहा गाँव के लोगो को अभी भी भारी मुसीबतो का सामना करना पड़ रहा है । बाढ़ ने क्षेत्र में हुए विकास की पोल भी खोल दी है । तयशुदा मानक का प्रयोग किये बिना बनाई गई सड़के,रपटे और पुल बाढ़ के पानी में बह गए हैं । सबसे ज्यादा दिक्कत रानीपुर गिदुरहा गाँव के ग्रामीणों को हो रही है । ग्रामीणों ने गाँव आने वाले प्रशासन के अधिकारीयों और जनप्रतिनिधियों से अपील